सॉफ्टवेयर मार्केटिंग का बिजनेस करे ₹50000 से लेकर सालाना ₹1700050 तक कमाए

अरे सा प्रोडक्ट है जिसको आप इंडिया में आउट ऑफ इंडिया में कहीं पर भी ऑनलाइन सेलिंग कर सकते हो और 22 चालू कर सकते हो। नमस्कार दोस्तों मैं आप सभी को बताऊंगा कि कौन से ऐसे दस अलग-अलग टाइप की सॉफ्टवेयर से जिसको आप ऑनलाइन लिसनिंग कर सकते हो और तो और मैं भी बताऊंगा कि किस तरीके से इस बिजनेस को स्टार्ट कर सकते हो ग्रुप कर सकते हो। सारी इनफार्मेशन सिंह के ऊपर आपको इस वीडियो में मिल जाएगी तो इस वीडियो को एंड तक के देखना कहीं पर भी मत करना। लेकिन आगे बढ़ने से पहले सबसे पहले तरीका होता है। वही होता है कि आप अपने ही नाम पर एक सॉफ्टवेयर built-up

जीरो इन्वेस्टमेंट से अपना सॉफ्टवेयर e-filing

  • करवाओ आपकी कंपनी का सॉफ्टवेयर आप किसी डेवलपर से या किसी भी आईडी एजेंसी से या फिर खुद ही दर्पण। शेयर करके लेकिन उसको फिर आप बार-बार रीजनिंग कर सकते हो। दूसरा तरीका होता है कि किसी भी फ्रेंड के
  • साथ चैनल पार्टनर बनना और उनके सॉफ्टवेयर को आगे भी सेंड करना सबसे कम है। मार्केट में ज्यादातर लोग जो सॉफ्टवेयर कंपनी से किसी सॉफ्टवेयर को व्हाइट लेबल कराना। आपकी
  • फ्रेंड के नाम से उस सॉफ्टवेयर को बनवाना। इसमें आप खुद ही अपने ब्रांड के नाम से डेवलप नहीं करते हो। सॉफ्टवेयर लेकिन आपका फ्रेंड के नाम से भी ब्रांड

अपनी ही ब्रांड का सॉफ्टवेयर डेवलप करवाओ इन्वेस्टमेंट एक बार का बहुत ज्यादा लग सकता है

हो जाता है। जब भी आप किसी कस्टमर को सेंड करते हो, वह अपनी ब्रांड के नाम से करते हो, जबकि एक्चुअल में आप सिर्फ ग्रीसेल कर रहे हो। उनकी सॉफ्टवेयर को तो वैसे भी आप क्या करते हो। एक सॉफ्टवेयर को व्हाइट लेबल फ्री ब्रांड करवा लेते हो। दुनिया में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने जीरो इन्वेस्टमेंट से अपने दोस्त को चालू किया था और आज हम भी जानते कि 10 ऐसे कौन से सॉफ्टवेयर से जो की बहुत डिमांड है और जिसका दिल से चालू करेंगे तो बहुत अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं। सबसे पहला सॉफ्टवेयर को सबसे कॉमन ली यूज सॉफ्टवेयर है जो हर बिजनेस को चाहिए। वह है पीओएस सॉफ्टवेयर पीओएस मतलब

आउट ऑफ इंडिया सॉफ्टवेयर रिफिलिंग कर रहे हो और बहुत अच्छा बिजनेस करते

होता है। पॉइंट ऑफ सेल सॉफ्टवेयर आप किसी भी दुकान में जाते हैं। उस दुकान वाली कंप्यूटर पर एक सॉफ्टवेयर रहते हैं जिसमें वह अपनी चीज पसंद करते हैं और आपको इनवॉइस निकाल कर देता है वह सॉफ्टवेयर। इंडिया में बहुत सारी सीआईडी कंपनी बनाती है। आप उनसे भी कर सकते हैं। हम आपको ऐसे होते हैं जो कि ऑनलाइन जा रहे हैं जो कि अपने बिजनेस स्कूल डिजिटलाइज करना चाहते हैं। उनको आप ही सॉफ्टवेयर सेंड कर सकते हैं। इसके अलावा दूसरे नंबर का हमारा सॉफ्टवेयर जो कि बहुत ज्यादा डिमांड में है। वह है जिनको ऑनलाइन मार्केटिंग खुद से करना है, लेकिन उनके

मार्केटिंग सॉफ्टवेयर आज भी इंडिया में बहुत सारे से लोकल बिजनेस है

पास कोई। ऑप्शन नहीं है। उनके पास कोई सॉफ्टवेयर नहीं है और अगर आप उनको कोई भी सबसे कॉमन मैं बताऊं सबसे कॉमन है। व्हाट्सएप मार्केटिंग सॉफ्ट व्हाट्सएप सबको पता है कि व्हाट्सएप पर ज्यादातर कस्टमर्स व्हाट्सएप पर व्हाट्सएप पर हर किसी को बाइक में प्रमोशन करने अपनी मार्केटिंग करने जो जो उनके नए ऑफर जाने वह अपने दिल्ली कस्टमर्स को अपडेट करने, व्हाट्सएप मार्केटिंग सॉफ्टवेयर ऐसा सॉफ्टवेयर जो कि बहुत कॉमन है और इसे चालू कर सकता। सॉफ्टवेयर काशीरामका आप हम से कनेक्ट हो सकते हैं और हमारे रिटेलर बन सकते हैं। ऐसे ही मार्केटिंग

सॉफ्टवेयर पेज करते हो ना डेफिनेटली हंड्रेड परसेंट वह चीज में इंटरेस्टेड होंगे

सॉफ्टवेयर मिला खाली व्हाट्सएप मार्केटिंग नहीं आता। S.m.s. मार्केटिंग भी आती ईमेल, मार्केटिंग व्यक्ति और टेलीकॉलर मार्केटिंग भी आती है। ऐसे बहुत सारे सॉफ्टवेयर आपको मिल जाएंगे। मार्केट में जिसको इज नहीं आप अपने हिसाब से व्हाइट लेबल करवा सकते हैं और आगे अपने कस्टमर को या जो भी बिजनेस हैं जिनको ऑनलाइन ग्रुप उन्हें उनको इसलिए आपसे।छोटा हो या बड़ा हो प्रमोशन करने के लिए हर और हां आप किसी भी बिजनेस को यह सॉफ्टवेयर सेल कर सकते हैं। इसके अलावा दूसरे का सॉफ्टवेयर है। उसकी भी डिमांड बहुत ज्यादा है और उसमें पैसा भी बहुत ज्यादा है और वह होते हैं की आरती

बिजनेस को मार्केटिंग सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है

सॉफ्टवेयर सी आर पी का मतलब क्या होता है या पी का मतलब होता है। तो पूरा का पूरा कंपनी मैनेजमेंट किया पीपर होता है। मतलब आपका जमीन सिस्टम होता है जिसमें आपकी। पूरी कंपनी की इंफॉर्मेशन जाती है उसको हम बोलते हैं यार पी सॉफ्टवेयर तक जो भी प्रोसेस है वह सारा चीज 1000p सॉफ्टवेयर से। छोटी दुकान होती है। एक छोटी दुकान में ना बहुत ज्यादा प्रोसेस नहीं होता। ठीक है। बहुत ज्यादा चीज नहीं छोटा सा बिलिंग सॉफ्टवेयर में उनका काम हो जाता है। लेकिन कुछ बड़ी कंपनी है। उस पर उनकी डीलिंग बहुत सारे लोगों से होती है। बहुत सारी जगह से परचेस होता है। बहुत सारी जगह

एंटरप्राइज मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर मतलब कि किसी की कंपनी है

से चीज होती है। बहुत सारी वह 4:00 सोते हैं। बहुत सारे लिए बस होते बहुत सारे एंप्लॉय बहुत सारे प्रोडक्ट होते हैं। उनके अंदर वह सारी चीज मैनेज करने के लिए आरपी सॉफ्टवेयर चाहिए होता है ताकि एक और अपने बिजनेस को ऑटोमेट कर पाओगी। कंपनी का मैनेजर है। उन्हें एक सॉफ्टवेयर के अंदर अपना पूरा बिजनेस देख ले। अभी इंडिया में ऐसी बहुत सारी आईडी कंपनी बनाती है और कंपनी को देती है। अगर आप कभी बड़ी कनेक्शन है तो आपकी आरपी सिस्टम यही अभी सॉफ्टवेयर सेंड कर सकते हो और याद रहे तो एक बार करने के बाद आपका कमीशन भी लाखों में होगा। जो आज की डेट में बृजेश S3 ही शॉर्ट

सॉफ्टवेयर के अंदर आप अपने बिजनेस की पूरी डिटेल डालो

ऑफ कर रहे हैं, वह है चैट बोर्ड सॉफ्टवेयर चैट बोर्ड इसलिए बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि आजकल ना सारे कस्टमर सारे लोग व्हाट्सएप पर आ गए और छोटे दुकान से लेकर के बड़ी कंपनी तक कि किसी के पास इतना टाइम नहीं है कि वह एक एक कस्टमर के साथ 121 बात करें। हर किसी को एक इसीलिए चैट व्हाट्सएप पर मार्केट में आ गए जिससे कि आप अपने व्हाट्सएप पर आए हुए कस्टमर के साथ जो चैटिंग होती है उसको आप ऑटोमेट कर सकते हो यानी कि जैसे। अगर आपको कोई कस्टमर आए भेजो तो आपकी कंपनी की तरफ से ऑटोमेटिक

ऑटोमेटेड सलूशन चाहिए ताकि वह अपने बिजनेस को ऑटोमेट कर पाए

मैसेज चले जाएगा। फिर कस्टमर उस मैसेज में से कोई भी आंसर चूस करता है तो अगेन कंपनी की तरफ से ऑटोमेटिक रिप्लाई चले जाएगा तो इस तरीके से आप अपने खुद के चयन बोर्ड बना सकते। हमने भी एक चैट व्हाट्सएप पर अपने खुद का बनाया हुआ है। अगर आपको चैट व्हाट्सएप पर इन सेल करना है तो आप हम ही से ही सॉफ्टवेयर लेकर आगे नहीं सेंड कर सकते। व्हाट्सएप के बारे में सारी डिटेल नीचे दिए हुए नंबर पर आपको मिल जाएगी। इसके बाद पांचवें नंबर में और बहुत सारे भेजे थे। डेट आफ स्क्रैप करते डेटाबेस मतलब फोन नंबर दोगे या फिर सपूत अगर आपको

एक बहुत इंपोर्टेंट सॉफ्टवेयर है। वह है डेटाबेस क्लिपिंग सॉफ्टवेयर यानी की बहुत सारी कंपनियां

सर्च करना है कि रायपुर में कौन कौन से होलसेल अर्ज है। साड़ी के तो आप सिर्फ सॉफ्टवेयर पर डालें और वह सॉफ्टवेयर क्या करेगा। जस्टि्डायल से या इंडिया मार्ट से गूगल से जितने भी डेटाबेस है, उसको स्क्रेप कर लिया और एक एक्सेल फाइल में अब तो दे देगा। यह होता है ना तो आप एस एम एस मार्केटिंग कर रहे हो यार! व्हाट्सएप मार्केटिंग सॉफ्टवेयर यूज़ करो, आपको डाटा चाहिए होता है और यह डेटाबेस आप निकालते हो। इस डेटाबेस क्लिपिंग सॉफ्टवेयर से बहुत सारे सॉफ्टवेयर से मार्केट में जस्टि्डायल का डेटाबेस मार्केटिंग सॉफ्टवेयर इंडिया मार्ट कभी डेटाबेस क्लिपिंग सॉफ्टवेयर आते गूगल

डेटाबेस सॉफ्टवेयर जब भी आप मार्केटिंग सॉफ्टवेयर यूज करते हो

कभी डेटाबेस टाइपिंग सॉफ्टवेयर आता है और बहुत सारी कंपनी सॉफ्टवेयर की बहुत डिमांड है। वह है अकाउंटिंग मोर बुक्कीपिंग सॉफ्टवेयर बहुत सारे बिजनेस का जो खाता। होती है जिनके अकाउंटिंग होती है, वह पेपर में नहीं करना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि वह प्रॉपर सॉफ्टवेयर पर करें तो उसके लिए बहुत सारे मार्केट में सॉफ्टवेयर आ गए जिससे कि पूरी अकाउंटिंग पूरी बुक कीपिंग अलग से सॉफ्टवेयर भी होती है। दिल्ली के बारे में तो आप जानते ही होंगे। दिल्ली के जैसी भी बहुत सारे ऐप सॉफ्टवेयर आ गए। मार्केट में अभी सॉफ्टवेयर जिससे आप बहुत ही अपनी सेल परचेज एंट्री मैनेज कर सकते हो। वह है व्यापार स्कोर गूगल पर सर्च कर सकते हो और इनकी भी सब चैनल पार्टनर।

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